Prevention of Blindness week 2022 | अगर आप ये 5 काम करते हैं तो 70 साल की उम्र तक बरकरार रहेगी आंखों की रोशनी

6 Min Read

Prevention of Blindness week 2022: दुनिया में बदलते हुए टेक्नोलॉजी के चलते लोगों की आँखों रोशनी पर प्रभाव पड़ रहा है।। हाल के कुछ वर्ष में इस भागदौड़ भरी जिंदगी और हमारी दिनचर्या में ऐसा बदलाव आ गया है जिसका प्रभाव सीधे हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इस पोस्ट में हम जानेंगे कि Prevention of Blindness week क्यों मनाया जाता है और Prevention of Blindness week 2022 की थीम क्या है।

Read Also:- Utkal divas 2022 | जानिए ओडिशा का इतिहास, Odisha foundation day in Hindi

Prevention of Blindness week 2022

दुनिया में हर दूसरे व्यक्ति को चश्मे लग रहा है। जो कि उनकी रोशनी कम होती जा रही है। यहीं नहीं छोटे-छोटे बच्चे को जिस प्रकार चश्मे की आवश्यकता पड़ रही है। जिसे 50-60 की उम्र में चश्मा लगाना चाहिए वह अभी जरूरत पड़ रही है। इस समस्या पर भारत सरकार और विशेषज्ञों को सोचने की जरूरत है।

आँखों की रोशनी के प्रति जागरूक करने के लिए सरकार द्वारा हर वर्ष 1-7 अप्रैल के बीच Prevention of Blindness week दिवस मनाया जाता है। इस सप्ताह के दौरान आँखों की देखभाल तथा इससे जुड़ी बीमारियों के प्रति लोगों को सचेत किया जाए। अंधेपन से बचने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके, जिससे आपको जीवन में कभी चश्मे की जरूरत नहीं पड़ेगी।

Prevention of Blindness week 2022
Prevention of Blindness week 2022

1. खानपान में करें बदलाव

अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने चाहिए। इससे किसी भी प्रकार की बीमारी से आप बच सकते है। स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक एवं संतुलित आहार लेना आवश्यक है। आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए विटामिन ई, ओमेगा-3, फैटी एसिड, जस्ता, और ल्यूटिन पोषक तत्वों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मछली, दूध, अंडा, घी, वीन्स, खाने के साथ शलाद, नट्स, संतरे और अन्य खट्टे फलों की आवश्यकता होती है।

2. ना करें धूम्रपान का सेवन

धूम्रपान या स्मोकिंग शरीर को अंदर से खोखला कर देता है। धूम्रपान करने से फेफड़े में इन्फ़ेक्शन के साथ आँखों की रोशनी भी कम हो जाती है। एक सर्वे से पता चला है कि जो लोग धूम्रपान या स्मोकिंग का प्रयोग करते है उनको आँखों की रोशनी जाने का खतरा ज्यादा रहता है। इसी लिए अपनी आँखों की सेहत के लिए धूम्रपान से दूर रहे।

3. सूर्य की पराबैंगनी किरणें

सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें विशेष कर गर्मियों में अधिक मात्रा में निकलती है। इसीलिए जब भी आप धूप में बाहर निकले तो आँखों को ढककर निकले जिससे सूर्य से निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों का प्रभाव आँखों पर न पड़े। इससे बचने के लिए यूवी प्रोटेक्टर चश्मे का उपयोग करें। पराबैंगनी किरणों से मैक्यूलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद जैसी बीमारी होना का खतरा रहता है।

Prevention of Blindness week 2022
Prevention of Blindness week 2022

4. लैपटॉप या मोबाइल का उपयोग कम करें।

पिछले कुछ वर्ष से सभी चीजें ऑनलाइन प्लेटफार्म पर परिवर्तित हो रही है। जिस लोग लैपटॉप या फोन का उपयोग अधिक कर रहे है। एक सर्वे के अनुसार 10 में से हर 6 आदमी लैपटॉप या फोन का उपयोग कर रहा है। लैपटॉप या फोन की स्क्रीन से निकलने वाली किरणें आँखों के लिए काफी हानिकारक होती है जिससे धीरे-धीरे आँख की रोशनी कम हो जाती है।

ज्यादा समय तक लैपटॉप या फोन का इस्तेमाल से सिरदर्द, कंधे में दर्द समेत अन्य स्वस्थ सम्बन्धी बीमारी हो जाती है। यदि आप को लैपटॉप या फोन पर ज्यादा समय तक काम करना है तो एंटी-ग्लेयर स्क्रीन (चश्मे) का इस्तेमाल करें।

5. समय-समय पर आँखों की जाँच

आँखों की सुरक्षा के लिए नियमित रूप से आँखों की जाँच करवाना चाहिए। जिससे आप को अपनी आँखों के बार में जानकारी रहे। जिससे आँखों की रोशनी बनी रहे। यदि आप को किसी प्रकार की आँख सम्बन्धित समस्या हो तो आपने नजदीकी आई हॉस्पिटल जाकर आँखों की जाँच करानी चाहिए।

Prevention of Blindness week Theme 2022

Prevention of Blindness week Theme 2022 in Hindi: इसके लिए कोई थीम अभी निर्धारित नहीं की गयी है। जानकारी मिलते ही हम आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

#LoveYourEyes अपने स्वयं के नेत्र स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होने के बारे में है और यदि आप सक्षम हैं, तो दृष्टि परीक्षण करवाएं या दूसरों को भी ऐसा करने की सलाह दें।

FAQ’s

Q. Prevention of Blindness week 2022 kab manaya jata hai?

Ans : 1 April to 7 April

Read Also:-

Yogi Minister’s list 2022 | योगी ने लगातार दूसरी बार ली मुख्यमंत्री पद की, केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठन ने ली उप मुख्यमंत्री की शपथ

April Fool’s Day 2022 | जानिए क्यों मनाया जाता है, 1st अप्रैल को अप्रैल फूल डे, जानिए किस्से।

Utkal divas 2022 | जानिए ओडिशा का इतिहास, Odisha foundation day in Hindi

Share this Article
By
Follow:
Experienced Content Writer with a demonstrated history of working in the education management industry. Skilled in Analytical Skills, Hindi, Web Content Writing, Strategy, and Training. Strong media and communication professional with a B.sc Maths focused in Communication and Media Studies from Dr. Ram Manohar Lohia Awadh University, Faizabad.
Leave a comment