Van Mahotsav date 2022 in Hindi: पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने लिए हर वर्ष 1 जुलाई को वन महोत्सव मनाया जाता है। यह महोत्सव एक सप्ताह तक चलता है। इसी लिए इसे वन महोत्सव सप्ताह दिवस भी कहा जाता है। इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को होती है। कि पौधारोपण के लिए सही जलवायु और स्वस्थ मृदा की आवश्यकता होती है। इसी लिए सही पौधा और सही स्थान का चयन करना महत्वपूर्ण है।
ये भी पढ़ेः- Test Tube Baby in Hindi | IVF के द्वारा नि:संतानता को है हराना।
Van Mahotsav date 2022 (वन महोत्सव सप्ताह)
नाम | वन महोत्सव |
दिनाँक | 1 जुलाई |
सप्ताह | 1-7 जुलाई |
घोषणा | 1947 |
किसने शुरु किया | स्व. जवाहरलाल नेहरू, स्व. डॉ. राजेंद्र प्रसाद एवं मौलाना अब्दुल क़लाम आज़ाद |
स्थान | दिल्ली |
वन महोत्सव | असम में जुलाई से अगस्त तक मनाकर अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाता है। |
शुरुआत | 1950 |
भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। वन महोत्सव की घोषणा 1947 से हुई।
भारत
पूरे भारत वन महोत्सव 1 जुलाई को मनाया जाता है। लेकिन कुछ राज्य इसे सप्ताह के रुप में मनाते है।
भारत के पूर्व उत्तर राज्य असम, त्रिपुरा मेघालय, अरुणाचल प्रदेश में वन महोत्सव जुलाई से अगस्त तक एक माह तक मनाया जाता है। इसमें लोगों को वृक्ष लगाने के प्रति जागरूक किया जाता है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वन महोत्सव सप्ताह के रुप में मनाया जाता है। यह सप्ताह 1 जुलाई से 7 जुलाई तक मनाया जाता है।
बिहार
बिहार सरकार द्वारा वन महोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। बिहार में इसे एक सप्ताह तक मनाया जाता है। लोगों को वृक्ष लगाने के प्रति जागरूक किया जाता है।
वन महोत्सव का महत्व
भारत के कई राज्यों में बाढ़ का कहर जारी रहता है। वही पूर्वोत्तर भारत के तमाम राज्य असम, बिहार के कई क्षेत्र बाढ़ और गर्मी के साथ जहरीली हवा में सांस लेना मुस्किल हो जाता है। जिसमें सांस लेना एक तरह का जहर जैसा हो गया है। इन तमाम समस्यओं का कारण ग्लोबल वार्मिंग और उस कारण से हो रहे जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक किया जाता है।
महत्वपूर्ण तथ्य
भारतीय परिस्थितियों के अनुसार, छायदार और जल्दी बढ़ने वाले वृक्ष लगाना चाहिए।
इन वृक्षों को तीन भू-भागों पर लगाना चाहिए। ये तीन क्षेत्र उत्तर, मध्य और दक्षिण क्षेत्रों के रुप में चिह्नित किया गया है।
वृक्ष लगने के फायदे
जुलाई के पूरे सप्ताह सभी स्कूल-कॉलेजों के द्वारा सड़क के किनारे और घर के बाहर पेड़-पौधे लगाने का कार्य शुरु किया गया। पेड़ की जरुरत हमें क्यों होती है इसका उदाहरण तटीय क्षेत्रों में 2004 में आयी विनाशकारी प्रभाव से देखा जा सकता है
मानसून की शुरुआत के साथ, पूरे भारत में दसियों और हजारों पौधे लगाए जाते हैं और त्योहार सचमुच नए जीवन का उत्सव और निर्माण है।
Who is the Father of Van Mahotsav
वन महोत्सव या वन उत्सव के जनक केएम मुंशी हैं। उनका पूरा नाम कनैयालाल मानेकलाल मुंशी है। उनका जन्म 30 दिसंबर 1887 को भरूच में हुआ था।
What is Van Mahotsav and Who Started it?
1947 वन महोत्सव की घोषणा की गयी तथा 1950 में इसे पहली बार मनाया गया। इसे मनाने का सिरे कनैयालाल मानेकलाल मुंशी को दिया जाता है।
Van Mahotsav Theme 2022
अभी तक वन महोत्सव के लिए कोई थीम जारी नहीं की गयी है।। यदि भविष्य में कोई थीम जारी की जाती है। तो मैं अपने पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुंचाने की कोशिश जरूर करुंगा।
FAQ’s
Q. वन महोत्सव कब मनाया जाता है?
Ans: 1 जुलाई
Q. वन महोत्सव सप्ताह कब मनाया जाता है?
Ans: 1 -7 जुलाई
Q. वन महोत्सव का महत्व क्या है?
Ans: इस दिन लोगों को बड़ी मात्रा में पेड़ लगाना चाहिए। पेड़ों की रक्षा करनी चाहिए। पेड़ों से हमें फल, स्वच्छ हवाएं, तथा गर्मी और छाव से बचाता है।
ये भी पढ़ेः-
DID L’il Nobojit Narzary Age,Caste, Family, Biography in Hindi |नोबोजित नारज़ारी का जीवन परिचय
Draupadi Murmu Age,Caste,Husband, Daughter,Biography in Hindi | द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय
Motapa kaise kam kare | Weight Loss tips in Hindi | मोटापा (वजन) कम करने के 10 उपाय।