Agneepath Veer Yojana/Scheme: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में किये गये बदलाव की घोषणा की है। जिसका नाम है अग्निपथ वीर योजना है ,जो काफी चर्चा में है। पूरे देश में इसे लेकर काफी दंगा भड़क रहा है। जिसको लेकर भारत सरकार ने कुछ बदलाव किया है।
आवेदन प्रक्रियाः- Agniveers Recruitment Vacancy 2022 | भारत सरकार ने तीनों सेनाओं में भर्ती प्रकिया शुरु की।
हलो दोस्तों हम इस पोस्ट में बतायेंगे कि अग्निपथ वीर योजना क्या है? इसके क्या लाभ और हानि है? भारत सरकार द्वारा क्या बदलाव किये गये है?
Agneepath Veer Yojana/Scheme
सेना को पहले से ज्यादा आधुनिक और युवाओं को अधिक मौका देने के लिए भारत सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी “अग्निवीर” योजना लॉन्च की है। यह योजना तीनों सेनाओं जल सेना, थलसेना और वायु सेना में चार साल सेवा देने के लिए मौका दिया जायेगा। चार साल तक तीनों सेनाओं में सेवा देने वाले सैनिक अग्निवीर सैनिक कहलायेंगे। सरकार का कहना है कि चार साल तक सेवा देने के बाद इसमें से 25 प्रतिशत अग्निवीर सैनिक को स्थानी नौकरी दी जायेगी।
75 प्रतिशत अग्निवीरों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपक्रमों में लाभ दिया जायेगा। सरकारी भर्तियों में छूट दी जायेगी। तथा सेवा निवृत्त होने पर अग्निवीर को 11.7 लाख रुपये का सेवा निधि पैकेज दिये जायेगा।
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केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने 14 जून को अग्निवीर योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत सेना में भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कराया जायेगा। इसमें सर्विस की जरूरतो के अनुसार महिला और पुरुषों को मौका मिलेगा। जो लोग आवेदन करेंगे उनकी उम्र 17.5 से 21 साल तक के युवा आवेदन कर सकेंगे।
Agneepath Veer Yojana आवेदन करने की प्रक्रिया
यह भर्ती प्रक्रिया साल में दो बार निकाली जायेगी। यानि कि 6-6 माह के अन्तराल पर आवेदन किया जा सकता है।
1. इसके लिए 17.5 से 21 वर्ष के युवा आवेदन कर सकते है। 2. 10वीं या 12वीं परीक्षा पास करने के बाद चयन किया जायेगा। 3.मानसिक और शारीरिक दक्षता के बाद चयन किया जायेगा।
सेवा निवृत्त
75 प्रतिशत अग्निवीर 4 साल बाद सेवा निवृत्त कर दिया जायेगा।
अग्निवीर को मिलने वाला वेतन (All figures in Rs. (Monthly)
Year | Customised Package (Monthly) | In Hand (70%) | Contribution to Agniveer Corpus Fund (30%) | Contribution to Corpus Fund by Govt. (30%) |
1st year | 30000 | 21000 | 9000 | 9000 |
2nd year | 33000 | 23100 | 9900 | 9900 |
3rd year | 36500 | 25580 | 10950 | 10950 |
4th year | 40000 | 28000 | 12000 | 12000 |
5.02 Lakh | 5.02 Lakh |
Agneepath Veer Yojana भारत सरकार द्वारा किये गये बदलाव
कोविड के कारण चार वर्ष से सेना में कोई भर्ती नहीं की गयी। जिसके चलते भारत सरकार ने आयु में छूट देने की घोषणा की है। अर्थात् 23 साल तक के आयु के बच्चे इस बार आवेदन कर सकते है।
गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
साथ ही गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।
Agneepath Veer Yojana विरोध प्रदर्शन का कारण
- चार साल से सेना में भर्ती न निकलने के कारण Over Age बच्चे प्रदर्शन कर रहे है।
- कम समय में बड़े हथियार, ट्रेनिंग, तथा सुरक्षा के लिए तैयार नहीं हो सकते है।
- 21.5 से 25 साल की उम्र में सेवा निवृत्त होने के बाद नौकरी मिलने की गांरटी नहीं है।
- 25 प्रतिशत अग्निवीर को नियमित करने का सीमा निर्धारण क्या है?
- सरकार के द्वारा धन बचाने का फॉर्मूला तैयार किया गया है। पेंशन और लाइवेलिटी देने से बच सकता हूँ।
- सेना में ग्रामीण क्षेत्र के लोग रोजगार और देश की सेवा के लिए सेना में जाते है।
निवारण (Agneepath Veer Yojana kya hai)
इसे पहले पायलेट प्रोजेक्ट के रुप में चलाकर देखे। पायलट प्रोजेक्ट का मतलब किसी विशेष क्षेत्र जैसे टेक्नॉलॉजी के क्षेत्र, कम्प्यूटर के क्षेत्र में चलाकर देखे।
इसे सेना के समान्तर चलाकर परीक्षण करना चाहिए। जिसके बाद चार साल बाद जनता के सामने एक रिपोर्ट जारी करके उनकी राय ली जाती है। तथा उन्हें इस कामयाबी के बारें बताना है।
Agneepath Veer Yojana सरकार का स्पष्टीकरण
Myth: अग्निवीर से सशस्त्र बलों की प्रभावशीलता को नुकसान पहुंचाएगा
फैक्ट्सः दुनिया में बहुत से देशों में बहुत सी ऐसी योजनाएं चल रही है। इसे पहले से परखा जा चुका है। पहली साल भर्ती होने वाले अग्निवीर की संख्या सशस्त्र सेनाओं की संख्या की मात्र 3 फीसदी होगी। अग्निवीरों को सीधा युद्ध क्षेत्र में नहीं भेजा जायेगा।
Myth: Agneepath Veer Yojana अग्निवीरों का भविष्य असुरक्षित
स्पष्टीकरणः वित्तीय सहायता देने के साथ बैकिंग सुविधा देने की बात की गयी है। जो लोग पढ़ाई करना चाहते है, उनको 12वीं या उसके समकक्ष डिग्री दी जायेगी।
उसके साथ-साथ CRPFs और State Police जाना चाहे उन्हें प्राथमिकता देने की बात कही गयी है।
Myth: अग्निवीर समाज के लिए खतरा हो सकते है, और अंतकवादी संगठन को ज्वांइन कर सकते है।
स्पष्टीकरणः ऐसा कहकर आप सेना के जवानों का अपमान कर रहे है। इसके लिए भारत सरकार का प्रमाण है कि जिन्होंने भी सेना की वर्दी पहनी है, वो लोग भारत के लिए तत्पर्ता के लिए काम कर रहे है। जो लोग सेवा निवृत्त हुए है ऐसी किसी भी घृषित कार्य में लिप्त नहीं है जो देश के लिए हानिकारक हो।
Myth: रेजिमेंटल बॉन्डिंग प्रभावित होगी
फैक्ट्सः रेजीमेंट्स में कोई परिवर्तन नहीं किया जायेगा। रेजीमेंट्स जैसी थी वैसी ही रहेंगी। वास्तव में अग्निवीरों के आने से रेजीमेंट्स में युवा और सशक्त जवानों की संख्या बढ़ेगी जिससे रेजीमेंट्स और मजबूत होंगे।
Myth: 21 साल के जवान नादान एवं सेना के लिए भरोसेमंद नहीं होंगे
फैक्ट्सः दुनिया में अधिकतर देशों की सेनाएं युवा जवानों पर निर्भर है। ऐसा नहीं है कि हम युवाओं को युद्ध के मैदान में भेज देंगे। उनके साथ 50 फीसदी अनुभवी सेना के जवान होंगे।
अग्निपथ योजना के लाभ
सरकार सेना जवानों को पेंशन देने तथा वेतन में कमी आयेगी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार रक्षा बजट का 80 फीसदी सेना की पेंशन और वेतन में चला जाता है।
जिससे सरकार सेना में नये-नये हथियार तथा साइबर युद्ध से लड़ने वाली क्षमता में विकास होगा।
12वीं कक्षा के समकक्ष डिग्री प्रदान की जायेगी। जिसकी मान्यता देश-विदेश में होगी।
युवाओं के लिए सेना में जाने का अवसर अधिक मिलेगा। सेना उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और प्रतिभा के आधार पर कौशल प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 4 साल बाद जहां 25 फीसदी उम्मीदवारों को योग्यता के आधार पर सेना में शामिल किया जाएगा, वहीं 75 फीसदी को कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा ताकि उन्हें अपनी योग्यता के अनुसार सरकारी या निजी कंपनियों नौकरी मिल सके।
Agneepath Veer Yojana अग्निवीर योजना के हानि
- इससे बेरोजगारी बढ़ेगी।
- ट्रेनिंग के दौरान काफी पैसा खर्च होगा। जिसके बाद 75 फीदसी युवाओं को बाहर निकाल दिया जायेगा।
- सेना की ट्रेनिंग मिलने के बाद युवा अपने मार्ग से भटक सकते है।
- चार साल सेना की सेवा से बाहर आने पर नौकरी की कोई गांरटी नहीं है।
- ट्रेनिंग के दौरान कोई ई-कॉमर्स डिग्री नहीं प्रदान की जायेगी। जिससे युवा अपनी जीविका चला सके।
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