World Sparrow Day 2022 | जानिए विश्व गौरैया दिवस 2022 का इतिहास, महत्व एवं विषय

5 Min Read

World Sparrow Day 2022: हर वर्ष 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण से विलुप्त हो रही गौरैया को बचाने के प्रति जागरूक करना है। इस नेचर फोरेवर सोसाइटी द्वारा शुरु किया गया।

ये भी पढ़ेः- Train to Busan movie review in Hindi | ट्रेन टू बुसान फिल्म रिव्यू

World Sparrow Day 2022 (विश्व गौरैया दिवस 2022)

विश्व गौरैया दिवस हर वर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में कम हो रहे गौरैया और बढ़ रहे प्रदूषण के प्रति जागरूक करना है। इसे पर्यावरण संरक्षण द्वारा रेड लिस्ट में डाल दिया गया है। ये नेचर फोरेवर सोसाइटी (भारत) और इको-सिस एक्शन फाउंडेशन (फ्रांस) के मिले जुले प्रयास के कारण मनाया जाता है।

World Sparrow Day 2022
World Sparrow Day 2022

रेड लिस्ट क्या है?

रेड लिस्ट उसे कहा जाता है जब किसी जीव या पक्षी की 60-70 प्रतिशत प्रजाति विलुप्त हो गयी या विलुप्त होने की कगार पर हो तो उस प्रजाति को रेड लिस्ट में डाल दिया जाता है। रेड लिस्ट में डालने का मकसद उसका संरक्षण करना आवश्यक है।

जानिए गौरैया के बारे में

गौरैया का सामान्य नाम घरेलू गौरैया है। इसका वैज्ञानिक नाम ‘पासेर डोमेस्टिक’ है। इसकी लंबाई 20 सेंटीमीटर, वजन 30 ग्राम और इसके पंख की लम्बाई 21 सेंटीमीटर तक होती है। दुनिया भर में इसकी 26 प्रजाति पायी जाती है। जिसमें भारत में 5 प्रजाति मिलती है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का श्रेय नेचर फॉरएवर सोसाइटी के अध्यक्ष मोहम्मद दिलावर को जाता है। उन्हीं के प्रयासों से वर्ष 2010 में पहली बार 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया गया।

गौरैया विलुप्त होने का कारण

आधुनिक समय में मेट्रो शहरों में गौरैया बहुत कम देखने को मिलती है। छोटे गांव और कस्बे में अभी दिखायी देते है। लेकिन अब गौरैया विलुप्त होने की कगार पर है। क्योंकि पेड़ों के बढ़ते क्षरण के कारण घोंसले बनाने के लिए अनुकूल वातावरण नहीं है। पहले गाँव में घास-फूस के घर हुआ करते थे जिसमें ये अपने घोसला बनाते थे। लेकिन आधुनिक समय में बढ़ते पक्के मकान में इनके लिए घोंसला बनाने का स्थान नहीं मिलता है। गौरैया 21वीं सदी के आधुनिक जीवन शैली और पर्यावरण के प्रति उदासीनता की वजह से गायब हो रही हैं।

मोबाइल रे और ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव

मोबाइल फोन के बढ़ते टॉवर, ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण की वजह से भी गौरैया विलुप्त होती जा रही है। इन प्रदूषणों में ध्वनि प्रदूषण सबसे ज्यादा खतरनाक है। गौरैया छोटी होने के कारण ध्वनि प्रदूषण से निकलने वाली तरंगों को सहन नहीं कर पाते है। जिससे इसके प्रजनन करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होती जा रही है। इसके अलावा मोबाइल फोन और टॉवर से निकलने वाली तरंगें अन्य पक्षियों के लिए खतरा है।

विश्व गौरैया दिवस 2022
विश्व गौरैया दिवस 2022

मोबाइल फोन के टॉवर से निकलने वाली तरंगों के प्रति जागरूक करने के लिए 2018 में एक फिल्म 2.0 आयी थी। इस फिल्म में बताया गया था कि टॉवर से निकलने वाली तरंगों से पक्षियाँ अपने निवास स्थान से भटक जाती है। इस फिल्म में रजनीकांत और अक्षय कुमार ने मुख्य भूमिका निभायी थी।

World Sparrow Day Theme 2022

International Sparrow Day Theme 2022 in Hindi: गौरैया के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष एक विषय जारी किया जाता है। 2016 से 2021 तक एक ही विषय को रखा गया है। विश्व गौरैया दिवस थीम 2022 “I Love Sparrow” रखा गया है। इसका मतलब होता है मुझे गौरैया से प्रेम है। इस विषय को काफी वर्ष से रखा जा रहा है इस थीम को रखने के पीछे इंसान और पक्षी के बीच के संबंध की सराहना करना है।

FAQ’s

Q. विश्व गौरैया दिवस कब मनाया है?

Ans : 20 March

Q. विश्व गौरैया दिवस 2022 की थीम क्या है?

Ans : “I Love Sparrow” (‘आई लव स्पैरो’)

Q. विश्व गौरैया दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई?

Ans : 20 March, 2010

ये भी पढ़ेः-

Bihar day 2022 in Hindi | बिहार 110वां स्थापना दिवस मनाया रहा है। जानिए क्या है बिहार का इतिहास

Dol Jatra 2022 in Hindi | दोल जात्रा त्योहार कहाँ मनाया जाता है? dol yatra kab hai

National Vaccination day in Hindi | राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 2022, जाने इसका इतिहास और क्या है महत्व

Share this Article
By
Follow:
Experienced Content Writer with a demonstrated history of working in the education management industry. Skilled in Analytical Skills, Hindi, Web Content Writing, Strategy, and Training. Strong media and communication professional with a B.sc Maths focused in Communication and Media Studies from Dr. Ram Manohar Lohia Awadh University, Faizabad.
Leave a comment