National Unity day 2021 in Hindi | Rashtriya Ekta Diwas, राष्ट्रीय एकता दिवस क्यों मनाया जाता है?

6 Min Read
National Unity day 2021 in Hindi

National Unity day 2021 in Hindi: किसी भी देश की वृद्धि और मजबूती के लिए राष्ट्र की एकता और अखंडता जरूरी है। इस लिए हर वर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय यूनिटी दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस 2021, 31 अक्टूबर रविवार को मनाया जायेगा। भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिन के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

ये भी पढ़ेः- A.P.J. Abdul Kalam Biography in Hindi | अब्दुल कलाम जी की जीवनी, अब्दुल कलाम जी का जीवन परिचय

भारत कई वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम था। उसके पहले मुस्लिम शासक राज करते थे। इसी वजह से भारत की एकता और अखंडता छिन्न-भिन्न हो गयी थी। इसी वजह से विदेशियों ने कई वर्षों तक राज किया। देश कई खण्डों में बंट गया। देश की आजादी के बाद अलग-अलग देश की मांग कर रहे थे। तभी सरदार पटेल को भारत को एकता और अखंडता में बांधने का जिम्मा सौंपा गया। इन्हीं कार्य को याद करने के लिए उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2014 की।

राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने की शुरुआत (National Unity day 2021 in Hindi)

राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत नई दिल्ली में माननीय प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने 2014 में की। मोदी सरकार ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर मालार्पण किया। साथ ही “रन फॉर यूनिटी” मैराथन की शुरुआत हुई, इस मैराथन को शुरु करने का उद्देश्य सरदार पटेल के कार्यों को देश-दुनिया के सामने उजागर करना है।

राष्ट्रीय एकता दिवस क्यों मनाया जाता है (Rashtriya Ekta Diwas)

भारत कई वर्षों तक विदेशियों का गुलाम था। इस लिए राष्ट्रीय एकता अमानवीय हो गयी थी क्योंकि उस समय न तो संचार और सूचना प्रसारण की सुविधा थी। राष्ट्र में अनेक धर्मों का उत्थान हो चुका था। इस कारण देश में कई जातियों का विकास हुआ। जिससे राष्ट्र में एकता स्थापित करना असम्भव हो गया था। इसी कारण विदेशी राजाओं ने अवसर का लाभ उठाकर शासन किया। देश में ब्रिटेश हुकूमत ने लगभग 200 वर्ष तक राज किया। इसकी नीति थी कि धर्म के नाम पर फूट डालों और राज करो।

जाहिर है देश के विकास के लिए, शांति, समृद्धि, एकता और अखंडता जरूरी है। धर्म की लड़ाई देश को खोखला कर देती है। इसकी एक झलक 1857 की क्रांति में देखी जा सकती है। 1857 की क्रांति का विफल होने का सबसे बड़ा कारण एकता(Unity) की कमी थी।

इस मतभेद को समझने के लिए अनेक स्वतंत्रता सेनानी ने कई महत्वपूर्ण योगदान दिया। देश के महान स्वतंत्रता सेनानी को आजादी के पहले एकता के महत्व को समझा। उस समय देश में न तो संचार की सुविधा थी और न ही समाचार की। कुछ समय बाद अख़बार प्रचलन में आया लेकिन अशिक्षित समाज होने के कारण अधिकतम लोग पढ़ नहीं पाते थे। आजादी के पहले रेडियो और अख़बार या समाचार पत्रों का उपयोग किया गया। क्रांतिकारी भले ही जेल में हो लेकिन अपनी कलम की जोर से लोगों को एकता के महत्व को समझाया।

राष्ट्रीय एकता दिवस 2021 में है ? (Rashtriya Ekta Diwas 2021 Date) :

लोह पुरुष वल्लभभाई पटेल की स्मृति में उनके जन्मदिन 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में प्रति वर्ष मनाया जाता हैं।

National Unity day 2021 in Hindi
National Unity day 2021 in Hindi

राष्ट्रीय एकता दिवस का ऐलान 2014 में किया गया, इसे वल्लभभाई पटेल के राष्ट्र के प्रति समर्पण को याद में रखकर तय किया गया, इसका ऐलान गृहमंत्री राज नाथ सिंह ने किया।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्रीवल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है, जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था। 31 अक्टूबर 2018 को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया।

यह विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है, जिसकी लम्बाई 182 मीटर (597 फीट) है। इसके बाद विश्व की दूसरी सबसे ऊँची मूर्ति चीन में स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध है, जिसकी आधार के साथ कुल ऊंचाई 153 मीटर (502 फीट) हैं। यह गुजरात के साधू बेट, सरदार सरोवर बांध के निकट, गरुड़ेश्वर बांध, नर्मदा जिला, गुजरात, भारत में स्थित है।

FAQ,s

Q. राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाता है?

Ans : 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

Q. राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?

Ans : राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का उद्देश्य राष्ट्र में एकता स्थापित करना है।

Q. राष्ट्रीय एकता दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?

Ans : राष्ट्रीय एकता दिवस भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री वल्लभभाई पटेल के जन्म दिन पर मनाया जाता है।

ये भी पढ़ेः –

CSK vs KKR IPL 2021 FINAL | धोनी ने रचा इतिहास, चौथी बार जीता आईपीएल का खिताब।

World Indigenous day in Hindi | विश्व आदिवासी दिवस

Sirisha Bandla Biography in hindi, Parents, Husband, सिरीशा बंदला की आत्मकथा

Share this Article
By
Follow:
Experienced Content Writer with a demonstrated history of working in the education management industry. Skilled in Analytical Skills, Hindi, Web Content Writing, Strategy, and Training. Strong media and communication professional with a B.sc Maths focused in Communication and Media Studies from Dr. Ram Manohar Lohia Awadh University, Faizabad.
Leave a comment