National Maritime day 2022: हर वर्ष 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य समुद्र से प्राप्त होने वाली कीमती चीजें और समुद्री मार्ग के महत्व को बताना है। इस वर्ष 59वाँ समुद्री दिवस मनाना है। जानिए किसी देश के लिए समुद्र कितना महत्व पूर्ण है। और भारत की कुछ समुद्री परियोजनाएं।
National Maritime day 2022 (राष्ट्रीय समुद्री दिवस)
भारत में बहुत से लोगों को तो यह पता है कि 4 दिसम्बर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है लेकिन बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाता है। भारतीय नौवहन का इतिहास काफी पुराना है। भारत सरकार द्वारा सागरमाला परियोजना और नीली अर्थव्यवस्था की नीति को लागू किया है। लेकिन इससे पहले हड़प्पा सभ्यता में मिस्र, मेसोपोटामिया और रोमन से नौपरिवाहन द्वारा व्यापार होता था।
History of National Maritime day (राष्ट्रीय नौसेना का इतिहास)
भारतीय नौवहन की शुरुआत 5 अप्रैल, 1919 को मुंबई से लंदन की यात्रा करने वाले प्रथम भारतीय फ्लैग मर्चेंट पोत से हुई थी। इसकी स्थापना अंग्रेजों द्वारा भारत में द रॉयल इंडियन मरीन के नाम से हुई थी। 1931 में इसका नाम बदलकर रॉयल इंडियन नेवी कर दिया गया।
सागरमाला परियोजना
इस परियोजना की शुरुआत 2015 में केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया था, इसका उद्देश्य प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से 7561 किमी. की समुद्री रेखा की सुरक्षा करना तथा बन्दरगाहों को विकसित करना है।
प्रोजेक्ट उन्नति
वर्ष 2014 में जलमार्ग मंत्रालय द्वारा प्रोजेक्ट उन्नति की शुरूआत की गयी। इसका उद्देश्य उपकरणों की दक्षता का अध्ययन करना और उसकी दक्षता की जाँच करना ताकि कोई गलतियाँ न हो।
नीली अर्थव्यवस्था प्रोजेक्ट
यह प्रोजेक्ट भारत और फ्रांस सरकार द्वारा 22 अक्टूबर, 2019 में पर्यावरण परिवर्तन के तहत हुई थी। जिनमें समुद्री प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक अनुसंधान, मत्स्य पालन, बंदरगाह और शिपिंग जैसे गतिशील समुद्री अर्थव्यवस्था क्षेत्र हैं। विशाल विशिष्ट आर्थिक क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए, उनका भाग्य समुद्र और महासागर से निकटता से जुड़ा हुआ है। इसमें 14 गोल को निर्धारित किया गया था।
राष्ट्रीय जलमार्ग
इस परियोजना के तहत 111 जलमार्गों राष्ट्रीय जलमार्ग (National Waterways- NW) घोषित किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन
भारत अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन का सदस्य है। जो वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय मानक-निर्धारण प्राधिकरण है, जो समुद्री राजमार्गों की निगरानी तथा सुरक्षा प्रदान करने में संयोग करती है। तथा समुद्र में होने वाले प्रदूषणों को रोकने हेतु कार्य करती है।
शिप रिपेरिंग सेन्टर
वर्ष 2022 तक समुद्र के दोनों तट पर शिप रिपेरिंग सेन्दर स्थापित करने का लक्ष्य था।
जहाज की मरम्मत
‘वेल्थ फ्रॉम वेस्ट’ (Wealth from Waste) के तहत घरेलू सेन्टर स्थापित करने का उद्देश्य जहाज़ रिसाइक्लिंग उद्योग (Ship Recycling Industry) को भी बढ़ावा देना है।
भारत ने जहाज़ रिसाइक्लिंग अधिनियम, 2019 (Recycling of Ships Act, 2019) को लागू किया है और हॉन्गकॉन्ग अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन पर सहमति व्यक्त की है।
मेरीटाइम इंडिया विज़न-2030
समुद्री नौवाहन में आमूचूल परिवर्तन लाने के लिए केन्द्रीय सरकार ने 10 वर्षों के लक्ष्य तय किया। इसके तहत बन्दरगाह परियोजनाओं में 3 लाख करोड़ का निवेश करने का लक्ष्य रखा गया। इस परियोजना के तहत लगभग 20 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान हो सकते है। इस प्रमुख बन्दरगाहों से 20,000 करोड़ को सालना आय के अवसर प्रदान खुलेंगे।
National Maritime day Theme 2022 (राष्ट्रीय समुद्री दिवस 2022 की थीम)
हर वर्ष की तरह इस वर्ष यानि 2022 राष्ट्रीय समुद्री दिवस की थीमः “समुद्री परिवहन: स्मार्ट और हरित समाधान की ओर”(“Maritime Transport: Towards Smart and Green Solutions”) विषय पर जोर देते हुए, दोनों देश शिपिंग, बंदरगाह प्रबंधन, रसद, जहाजों के निराकरण, शिपयार्ड, नौसेना उपकरण निर्माताओं कंपनियों के साथ मिलकर काम करेंगे।
FAQ’s
Q. राष्ट्रीय समुद्री दिवस कब मनाया जाता है?
Ans : 5 April
Q. राष्ट्रीय समुद्री दिवस 2022 की थीम क्या है?
Ans : “समुद्री परिवहन: स्मार्ट और हरित समाधान की ओर”(“Maritime Transport: Towards Smart and Green Solutions”)
Q. भारत मेंराष्ट्रीय मैरिटाइम दिवस कब मनाया जाता है?
Ans : 5 अप्रैल
Q. 5 अप्रैल को कौन सा दिवस मनाया जाता है?
Ans : राष्ट्रीय समुद्री दिवस (National Maritime day)
ये भी पढ़ेः-
Good Friday 2022 date | Good Friday in Hindi| जानिए गुड फ्राइडे का महत्व
Good Friday 2022 date | Good Friday in Hindi| जानिए गुड फ्राइडे का महत्व