Kargil Vijay Diwas 2022 | कारगिल विजय दिवस पर निबंध

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Kargil Vijay Diwas 2022

Kargil Vijay Diwas 2022: कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के देशवासियों के लिए गर्व का दिन है। भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। कारगिल युद्ध की शुरुआत 1 मई 1999 से हुई थी और 26 जुलाई 1999 तक चली थी। कारगिल युद्ध की पूरी घटना जानने के लिए पोस्ट को पूरा पढ़े।

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Kargil Vijay Diwas 2022 (कारगिल विजय दिवस)

कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है। जिसे “ऑपरेशन विजय” के नाम से जाना जाता है।

1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद सैन्य संघर्ष जारी रहा। इतिहास के मुताबिक दोनों देश परमाणु सम्पन्न होने के बाद दोनों में तनाव और भी बढ़ने लगा। स्थिति को शांत करने के लिए तत्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी फरवरी 1999 में पाकिस्थान के दौरे पर गये। जहां कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा के लिए द्विपक्षीय वार्ता हुई और एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किये।

लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। द्विपक्षीय वर्ता के बाद पाकिस्तान अपने सैन्यबल और अर्द्ध-सैन्यबल को छिपाकर सीमा पार भेजने लगा। और इस घुसपौठ का नाम “ऑपरेशन बद्र” रखा। इसका मुख्य उद्देश्य कश्मीर और लद्दाख के बीच की कड़ी को तोड़ना और भारतीय सेना सियाचीन ग्लेशियर से हटाना था।

Kargil Vijay Diwas
Kargil Vijay Diwas

इसकी जानकारी भारत को 1 मई को लगी। तब भारत ने अपने पाँच सैन्यबल को इसकी जासूसी करने के लिए भेजा। पाक सैनिक ऊँचाई पर होने के कारण नीचे का क्षेत्र साफ दिखाई देता था। जिससे कि मैदानी क्षेत्रों में सारी हलचलों को देख जा सकता है। इसी का लाभ उठाकर पाक सेना ने भारत के 500 से अधिक सैनिक को शहीद कर दिया था। और 1400 से अधिक सैनिक घायल हो गये थे।

भारतीय वायुसेना ने जमीनी हमले के लिए मिग-2आई, मिग-23एस, जगआर, मिग-27 और मिराज-2000 का इस्तेमाल किया। इस युद्ध में मिग-21 का निर्माण किया गया था। जो इस युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

ऑपरेशन विजय (Operation Vijay)

पाकिस्तान की इस चाल को देखते हुए भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय (Operation Vijay) की घोषणा कर दी। भारत सरकार ने 2 लाख सैनिकों को मोर्चा संभालने के लिए कश्मीर भेज दिया गया। 60 दिनों तक चले युद्ध में भारतीय सेना ने 26 जुलाई को सभी पाकिस्तानियों बंकरों को ध्वस्त कर दिया। कारगिल हिल पर कब्ज कर लिया। अंत में 26 जुलाई 1999 को औपचारिक रुप से युद्ध विराम की घोषणा की गयी। इसी लिए इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

कारगिल युद्ध में तीनों सेनाओं का महत्व पूर्ण योगदान रहा। जिसमें वायुसेना और थलसेना का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कारगिल क्षेत्र (Kargil area)

कारगिल क्षेत्र श्रीनगर से 205 किमी. दूरी पर स्थित है। LOC की उत्तर दिशा की ओर तापमान काफी कम होता है। गर्मियों के मौसम में भी ठंड होती है। रातें बर्फीली होती है। रात में तापमान -48 डिग्री होता है।

कारगिल पाकिस्तान के स्कार्दू नामक टाउन से मात्र 173 कि.मी. की दूरी पर ही स्थित हैं और इसी कारण पाकिस्तान अपने सैनिक दलों को सूचनाएं और गोला – बारूद और तोपें मुहैया कराने में सक्षम रहता है।

कारगिल विजय दिवस 2022 समारोह

इस साल कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ है। भारतीय सेना ने दिल्ली से कारगिल विजय दिवस मोटर बाइक अभियान को हरी झंडी दिखाई। युद्ध स्मारक पर ध्वजारोहण समारोह के लिए एक विशेष कार्यक्रम की योजना बनाई जाएगी। शहीदों के परिवारों का स्मारक सेवा में स्वागत किया जाएगा।

FAQ’s

Q. कारगिल युद्ध की शुरुआत कब हुई?

Ans. 3 मई 1999

Q. कारगिल युद्ध की समाप्त की घोषण कब हुई?

Ans: 26 जुलाई 1999

Q. कारगिल कहाँ स्थित है?

Ans: कारगिल जम्मू – कश्मीर में स्थित है। यह श्रीनगर से 205 किमी. की दूरी पर है।

Q. कारगिल विजय दिवस कब मनाया जाता है?

Ans: कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है।

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