International Tiger Day 2021 in Hindi | विश्व टाइगर दिवस

8 Min Read

International Tiger Day 2021 in Hindi

International Tiger Day 2021 in Hindi:- प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को विश्व टाइगर दिवस मनाया जाता है। भारत का यह राष्ट्रीय पशु भी है। इसे देश की शक्ति, शान, सतर्कता, बुद्धि और धीरज का प्रतीक माना जाता है। नवीनम बाघ गणना के अनुसार भारत में बाघ की संख्या 2967 है जो विश्व की संख्या का लगभग 70% केवल भारत में है। 2018 की बाघ गणना के बाद भारत में बाघों की संख्या पूरे विश्व में सबसे ज्यादा है। बाघ की गणना 2019 में जारी की गयी थी। अब तक के सबसे बड़े बाघ गणना के रुप में भारत ने में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है।

International Tiger Day 2021 in Hindi
International Tiger Day 2021

टाइगर के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए इस दिवस को को मनाया जाता है। पूरे विश्व में 3900 टाइगर कुल बचे है, जिनमें से 2967 टाइगर भारत में है। इसी को देखते हुआ विश्व में टाइगर दिवस मनाया जा रहा है।

कब से मनाया जा रहा है, विश्व टाइगर दिवस

विश्व टाइगर दिवस की शुरुआत 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग हुए सम्मेलन में घोषणा की गयी कि प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस मनाया जायेगा। विश्व में घटते टाइगर की संख्या को देखते हुए इस दिवस की घोषणा की गयी थी। इस सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न देश के प्रतिनिधित्व ने 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इस सम्मेलन में बताया गया कि अगर इसी प्रकार बाघों की तस्करी और हत्या होती रही तो आने वाले एक या दो दशकों में विलुप्त हो जायेगा। अर्थात बाघों को रेड लिस्ट में रखा गया है।

International Tiger day theme 2021 in hindi

अन्तर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस प्रतिवर्ष “उनकी उत्तरजीविता हमारे हाथों में है” थीम (theme)/नारे के साथ मनाया जाता है। विश्व में टाइगर की संख्या को देखते हुए प्रतिवर्ष 29 जुलाई को विश्व टाइगर दिवस मनाया जाता है। बाघ दिवस मनाना इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि, विश्व वन्यजीव कोष (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के अनुसार, टाइगर की संख्या मात्र 3900 है। जिसमें 2967 भारत में है। भारत ने पिछले 7 वर्षों (बाघ गणना के समय) बाघों की संख्या में दोगुनी वृद्धि दर्ज की है। (International Tiger Day 2021 in Hindi)

International Tiger Day 2021 in Hindi
International Tiger day theme 2021

रेड लिस्ट (Red list)

संकटग्रस्त जातियों की IUCN लाल सूची जिसे IUCN लाल सूची या रेड डाटा सूची (अंग्रेजी: IUCN Red List) भी कहते हैं, सन् 1963 में गठित विश्व-भर में पौधों और पशुओं की जातियों की संरक्षण स्थिति की सबसे व्यापक तालिका है।इसमें ऐसे पशु और पौधों को रखा जाता है जो विलुप्त होने की कगार पर है। (International Tiger Day 2021 in Hindi)

भारत में टाइगर की स्थिति (Tiger status in India)

International Tiger Day 2021 in Hindi:- वर्ष 2010 में रुस के सेंट पिटर्सबर्ग में हुए सम्मेलन में भारत ने भाग लिया था। इसी सम्मेलन में बाघों की संख्या दो गुनी करने का लक्ष्य रखा गया था। भारत ने इस लक्ष्य को चार वर्ष पहले ही पूरा कर लिया। भारत ने इसे 2018 में पूरा कर लिया। 2019 में आयी बाघ गणना ने भारत में बाघों की संख्या 2967 बतायी गयी।

भारत ने टाइगर की घटती संख्या को देखते हुए 1973 में एक अधिनियम पारित किया था जिसका नाम प्रोजेक्ट टाइगर है। 1973 में टाइगर रिजर्व क्षेत्रों की संख्या 9 थी किन्तु वर्तमान में इसकी संख्या बढ़कर 50 टाइगर रिजर्ब हो चुकी है। 2010 की बात करे तो भारत में कुछ 752 टाइगर थे। भारत में सबसे ज्यादा टाइगर मध्य प्रदेश (526), कर्नाटक (524), उत्तराखंड (442) टाइगर है। अगर इन तीनों राज्य को मिला दिया जाये तो 50% टाइगर इन्हीं राज्य में है।

भारत में कितने टाइगर रिज़र्व क्षेत्र है।

sr.no.Tiger Reserve (Year of Creation)
State
Population of tigers, 2014
1Bandipur (1973–74)Karnataka120
2Corbett (1973–74)Uttarakhand215
3Kanha (1973–74)Madhya Pradesh80
4Manas (1973–74)Assam11
5Melghat (1973–74)Maharashtra25
6Palamau (1973–74)Jharkhand3
7Ranthambore (1973–74)Rajasthan37
8Similipal (1973–74)Odisha3
9Sunderbans (1973–74)West Bengal68
10Periyar (1978–79)Kerala20
11Sariska (1978–79)Rajasthan9
12Buxa (1982–83)West Bengal2
13Indravati (1982–83)Chhattisgarh12
14Namdapha (1982–83)Arunachal Pradesh11
15Dudhwa (1987–88)Uttar Pradesh58
16Kalakad-Mundanthurai (1988–89)Tamil Nadu10
17Valmiki (1989–90)Bihar40
18Pench (1992–93)Madhya Pradesh43
19Tadoba-Andhari (1993–94)Maharashtra115
20Bandhavgarh (1993–94)Madhya Pradesh63
21Panna (1994–95)Madhya Pradesh17
22Dampa (1994–95)Mizoram3
23Bhadra (1998–99)Karnataka22
24Pench (1998–99)Madhya Pradesh24
25Pakke or Pakhui (1999–2000)Arunachal Pradesh7
26Nameri (1999–2000)Assam5
27Satpura (1999–2000)Madhya Pradesh26
28Anamalai (2008–09)Tamil Nadu13
29Udanti-Sitanadi (2008–09)Chhattisgarh4
30Satkosia (2008–09)Odisha3
31Kaziranga (2008–09)Assam103
32Achanakmar (2008–09)Chhattisgarh11
33Dandeli-Anshi Tiger Reserve(Kali) (2008–09Karnataka5
34Sanjay-Dubri (2008–09)Madhya Pradesh8
35Mudumalai (2008–09)Tamil Nadu89
36Nagarahole (2008–09)Karnataka101
37Parambikulam (2008–09)Kerala19
38Sahyadri (2009–10)Maharashtra7
39Biligiri Ranganatha Temple (2010–11)Karnataka68
40Kawal (2012–13)Telangana
41Sathyamangalam (2013–14)Tamil Nadu72
42Mukandra Hills (2013–14)Rajasthan
43Nawegaon-Nagzira (2013–14)Maharashtra7
45Amrabad (2014)Telangana
46Pilibhit (2020)Uttar Pradesh65
47Bor (2014)Maharashtra5
48Rajaji (2015)Uttarakhand
49Orang (2016)Assam
50Kamlang (2016)Arunachal Pradesh
51Srivilliputhur – Megamalai (2021)Tamil Nadu14
52Ramgarh Vishdhari (2021)Rajasthan
Tiger reserves of India

FAQ’S

Q. विश्व टाइगर दिवस कब मनाया जाता है?

Ans:- 29 जुलाई

Q. विश्व टाइगर दिवस 2021 की थीम क्या है?

Ans:- उनकी उत्तरजीविता हमारे हाथों में है

Q. विश्व टाइगर दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई?

Ans:- विश्व टाइगर दिवस की शुरुआत 2010 में रुस के पीटर्सबर्ग में हुए सम्मेलन में इसकी घोषणा की गयी थी।

Q. भारत में सबसे ज्यादा टाइगर किस राज्य में है?

Ans:- मध्य प्रदेश में (526) टाइगर है।

Q. भारत में कितने टाइगर रिजर्व क्षेत्र है?

Ans:- वर्तमान समय में भारत में कुछ 50 टाइगर रिजर्व क्षेत्र है।

Read also:- Nelson Mandela Biography in Hindi, नेल्सन मंडेला की आत्मकथा।

Read also:- Surikha sikri , बालिका वधू की ‘दादी सा’ का हुआ निधन, फेमस ऐक्ट्रस सुरेखा सीकरी

Read also:- Sirisha Bandla Biography in hindi, Parents, Husband, सिरीशा बंदला की आत्मकथा

Share this Article
By
Follow:
Experienced Content Writer with a demonstrated history of working in the education management industry. Skilled in Analytical Skills, Hindi, Web Content Writing, Strategy, and Training. Strong media and communication professional with a B.sc Maths focused in Communication and Media Studies from Dr. Ram Manohar Lohia Awadh University, Faizabad.
Leave a comment