World Malaria Day 2022 | जानिए मलेरिय के लक्षण, और क्यों मनाया जाता है विश्व मलेरिया दिवस, Theme 2022 in Hindi|

by
World Malaria Day 2022

World Malaria Day 2022: हर वर्ष 25 अप्रैल को विश्व भर में विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। दुनियाभर में कई ऐसे देश है जहाँ मच्छर के काटने से मलेरिया होने वाली जानलेवा बीमारी से लड़ रहे है। दुनिया भर में हर वर्ष लाखों लोग मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी के कारण मृत्यु हो रही है। कुछ लोग इसे नजरांदाज कर देते है जिससे उन्हें काफी बड़ा खमियाजा भुगतना पड़ता है। जानिए मलेरिया दिवस का इतिहास और क्यों मनाया जाता है मलेरिया दिवस?

Read Also:- World Book and Copyright Day 2022 | विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस: 23 अप्रैल, World Book day in Hindi

World Malaria Day 2022 (विश्व मलेरिय दिवस)

प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस मनाने का उद्देश्य लोगों को मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूक करना है। मलेरिया रोग को विश्व स्तर पर नियंत्रित करने के उद्देश्य से हर साल मलेरिया दिवस मनाया जाता है। पहली बार मलेरिया दिवस वर्ष 25 अप्रैल 2008 को मनाया गया था।

विश्व मलेरिय दिवस का इतिहास

पहली बार मलेरिया दिवस 25 अप्रैल 2008 में यूनेस्को द्वारा मनाया गया था। यूनेस्को द्वारा इस दिन को चुना गया था। इसे मनाने का उद्देश्य हर वर्ष इस बीमारी से लाखों लोग अपनी जान गवाँ देते थे।

मलेरिया सबसे ज्यादा अफ्रीका महाद्वीप में फैलता है। वैसे अब मलेरिया की बीमारी आम हो गया है। मलेरिया प्रोटोजुअन प्लासमोडियम नामक कीटाणु के प्रमुख वाहक मादा एनोफिलीज मच्छर होते हैं जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे तक कीटाणु फैला देते हैं।

मलेरिया का इतिहास

मलेरिया दो शब्दों से मिलकर बना है माला+एरिया, जिसका अर्थ होता बुरी हवा। यह बीमारी सबसे पहले चीन में देखी गयी थी जिस दलदली बुखार नाम दिया गया था। क्योंकि यह बीमारी गंदगी से पनपती है। साल 1880 में मलेरिया पर सबसे पहला अध्ययन वैज्ञानिक चार्ल्स लुई अल्फोंस लैवेरिन ने किया।

वर्ष 2000 से पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में मलेरिया के मामने में गिरावट दर्ज की गयी है। जिसमें 2.8 मिलियन से 1.7 मिलियन मामलों में 39% की कमी आई है। 2019 और 2020 के बीच, इस क्षेत्र में मामलों में अनुमानित 300 000 की वृद्धि 1.4 मिलियन से बढ़कर 1.7 मिलियन हो गई। पापुआ न्यू गिनी में 2020 में इस क्षेत्र के सभी मामलों का 86% हिस्सा था।

मलेरिया के लक्षण

मलेरिया के कुछ-कुछ लक्षण कोरोना से मिलते है। यह बीमारी अधिकतर बारिस के मौसम में होती है क्योंकि बारिस के मौसम में गंदा पानी अधिक मात्रा में इकट्ठा होता है। इसके लक्षण- तेज बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना, घबराहट होना, हाथ-पैर दर्द होना और शरीर में कमजोरी होती है।

World Malaria Day 2022
World Malaria Day 2022

बचाव

बरसात के मौसम में टायरों, गड्डों तथा छतो पर पानी जमा न होने दे। रात्रि में सोते समय मच्छरदानी को उपयोग करें। नियमित रुप से दवाओं का छिड़काव करना चाहिए। आस-पास के स्थानों को साफ-सुथरा रखना चाहिए। लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह अवश्य ले।

World Malaria Day Theme 2022

World Malaria Day Theme 2022 in Hindi: हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा एक थीम जारी की गयी है। विश्व मलेरिया दिवस 2022 की थीम-“मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें”

इस वर्ष का विश्व मलेरिया दिवस वैश्विक उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका नवाचार की ओर ध्यान आकर्षित करेगा।

लक्ष्य (Goal)

भारत सरकार ने 2030 तक मलेरिया खत्म करने का लक्ष्य रखा है। वहीं पूरी दुनिया से मलेरिया को खत्म करने का लक्ष्य 2027 रखा गया है।

FAQ’s

Q. विश्व मलेरिया दिवस कब है?

Q. मलेरिया कब मनाया जाता है?

Ans: 25 अप्रैल

Q. विश्व मलेरिया दिवस 2022 की थीम क्या है?

Ans: “मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें”

Q. भारत सरकार ने मलेरिया मुक्त करने का क्या लक्ष्य रखा है?

Ans: साल 2030 तक

Q. मलेरिया मुक्त होने वाला पहला देश कौन सा है?

Ans: ‘ डब्ल्यूएचओ पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में चीन पहला देश है। 30 जून 2021 में मलेरिया मुक्त प्रमाण पत्र दिया गया।

ये भी पढ़ेः-

World Earth Day 2022 : पृथ्वी दिवस का महत्व और जाने वर्ष 2022 Theme in Hindi

World Heritage day 2022 | जानिए विश्व धरोहर दिवस का इतिहास और भारत की कितना साइडों को शामिल किया गया।

World Creativity And Innovation day 2022 | विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस: 21 अप्रैल

You may also like

Leave a Reply