World Haemophilia day 2022: हर वर्ष 17 अप्रैल को वर्ल्ड हीमोफीलिया डे मनाया जाता है। यह एक खतरनाक मेडिकल कंडिशन है जो दुर्घटना होने पर किसी व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकता है। यह बीमारी सबसे पहले यूरोपियन शाही परिवारों में देखने को मिली है। इसमें चोट लगने पर रक्त का थक्का नहीं बनता है। जानिए इसका इतिहास, क्या है इस वर्ष की थीम?
World Haemophilia day 2022 (वर्ल्ड हीमोफीलिया डे)
हर वर्ष 17 अप्रैल को वर्ल्ड हीमोफीलिया डे मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों हीमोफीलिया रोग और रक्त बहने संबंधी विकारों के प्रति जागरूक किया जा सके। हीमोफीलिया रक्त से जुड़ी एक ऐसी आनुवंशिक बीमारी है जो माँ द्वारा बच्चों में होती है। इस बीमारी में रोगी के शरीर पर घाव लगने पर रक्त का थक्का नहीं बन पाता है। जिससे मरीज के शरीर से अधिक रक्तस्रावित हो जाता है। जिस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे का इतिहास
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे की शुरुआत 17 अप्रैल 1989 को हुई थी।इसकी शुरुआत वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया द्वारा की गयी। इसके संस्थापक फ्रैंक श्नाबेल (Frank Schnabel’s) के जन्मदिन को याद करने के लिए हर वर्ष 17 अप्रैल को वर्ल्ड हीमोफीलिया डे मनाया जाता है। इस बीमारी की खोज 10वीं शताब्दी में हुई थी। उस समय इस बीमारी को Abulcasis के नाम से जाना जाता था। यह बीमारी ज्यादातर यूरोपियन शाही परिवारों में देखने को मिलता था। जिसमें रक्त पतला हो जाता है चोट लगने पर शरीर से लगातार खून बाहर निकलता था जिससे मरीज की मृत्यु हो जाती है।
क्या है हीमोफीलिया
यह बीमारी रक्त में थ्राम्बोप्लास्टिन (Thromboplastin) नामक पदार्थ की कमी से होती है। थ्राम्बोप्लास्टिक में खून को शीघ्र थक्का कर देने की क्षमता होती है। खून में इसके न होने से खून का बहना बंद नहीं होता है।
World Haemophilia day Theme 2022
इसके लिए हर वर्ष एक थीम जारी की जाती है जिसका उद्देश्य लोगों के इस खतरनाक बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके। इस वर्ष यानि 2022 की थीम “Access for All: Partnership. जो WFH द्वारा 17 अप्रैल 2022 के लिए रखा गया है। जिसका अर्थ है “सभी के लिए पहुँच: साझेदारी”।
उपचार
हीमोफीलिया का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि रक्त के थक्के जमने वाले कारक को बदल दिया जाए ताकि रक्त का थक्का ठीक से बन सके। यह व्यावसायिक रूप से तैयार किए गए फैक्टर कॉन्संट्रेट को इन्फ्यूजिंग (एक नस के माध्यम से प्रशासित) द्वारा किया जाता है। हीमोफिलिया से पीड़ित लोग सीख सकते हैं कि इन इन्फ्यूजन को स्वयं कैसे करना है ताकि वे रक्तस्राव के एपिसोड को रोक सकें और नियमित रूप से इन्फ्यूजन (प्रोफिलैक्सिस कहा जाता है) करके, यहां तक कि अधिकांश रक्तस्राव एपिसोड को भी रोक सकते हैं।
हीमोफीलिया C मरीज का इलाज प्लाज्मा इन्फ्यूजन द्वारा किया जाता है जो कि रक्तस्राव को कम करता है।
डिस्क्लेमर
इस पोस्ट में दी गयी सारी जानकारी एक सामान्य जानकारी है। इस पोस्ट में हम आप को बीमारी के प्रति जागरूक करते है। इस सूचना को किसी चिकित्स या मेडिकल प्रोफेसर के रूप में न ले। याद आपको इस तरह की कोई बीमारी है तो आप डॉक्टर की सलाह अवश्य ले।
FAQ’s
Q. विश्व हीमोफीलिया दिवस कब है?
Ans : 17 April
Q. हीमोफीलिया क्या है?
Ans : हीमोफीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें चोट लगने पर रक्त का थक्का नहीं बनता।
Q. विश्व हीमोफीलिया डे 2022 की थीम क्या है?
Ans : “Access for All: Partnership.
ये भी पढ़ेः-
Ambedkar Jayanti 2022 | डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के बारे में नहीं जानते है ये सच्चाई।
Jallianwala Bagh Massacre in Hindi | जलियांवाला बाग हत्याकांड के बारे में नहीं जानते है ये 5 सच्चाई,
Good Friday 2022 date | Good Friday in Hindi| जानिए गुड फ्राइडे का महत्व