DCARDFEE kya hota hai: होलो दोस्तों आज हम जानेंगे DCARDFEE क्या है? इसका फुलफॉर्म क्या है? इसे कब लगाया जाता है? इसे किसके द्वारा लगाया जाता है? क्या इसे लगाना जरूरी है? अगर DCARDFEE बैंकों द्वारा न लगाया जाये तो क्या होगा? इसे किस-किस बैंकों द्वारा लगाया जा सकता है। इन सभी जानकारी के लिए पोस्ट को पूरा पढ़े।
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DCARDFEE kya hota hai (DCARDFEE क्या है?)
DCARDFEE वह फीस है जिसे सरकारी या निजी बैंकों को अपने एटीएम कार्ड धारक ग्रहकों पर लगाया जाता है। यानि अगर हम सरल शब्दों में कहें तो बैंकों द्वारा एटीएम कार्ड का सर्विस चार्ज लिया जाता है। यानि जब आप एटीएम मशीन या Online माध्यम से पैसा निकालते है, तो बैंके Maintenance चार्ज काटती है। यह चार्ज बैंक Monthly न काटकर सालाना चार्ज लेती है। जिसे हम DCARDFEE कहते है।
अगर आप अपने पासबुक का 1 साल में प्रिंट कराते है। तो आप को देखने से पता चलता होगा कि बैंक ने हमारे खाते कुछ रुपये काट लिए है। कहीं ना कहीं यह एटीएम सर्विस चार्ज होता है। इसे ही हम DCARDFEE फीस करते है।
सभी बैंकों का DCARDFEE अलग-अलग होता है। किसी बैंक का DCARDFEE कम होता है। तो किसी बैंक का DCARDFEE अधिक होता है।
DCARDFEE फुलफॉर्म क्या है? DCARDFEE Full Form in Hindi
DCARDFEE के फुल फॉर्म की बात करें तो हम नीचे इसके बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं।
- D- Debit
- CARD- Card
- Fee- Fees
DCARDFEE Full Form in Hindi: हिन्दी में इसे “डेबिट कार्ड फीस” कहते है। यानि जब आप एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड से पैसा निकालते है। तो बैंक टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट चार्ज लेती है। इसे हम डेबिट कार्ड फीस करते है।
DCARDFEE क्यों जरूरी है?
अगर आप बिजेनस मैन या स्टूडेंट है तो आप का बैंक में खाता अवश्य होगा। और आप अपनी सुविधा के अनुसार एटीएम कार्ड भी ले रखा होगा। इसीलिए बैंक टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट और मेनेजमेंट चार्ज लेती है। इसी चार्ज को हम DCARDFEE फीस कहते है। इस रुपये से टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट में लगातार सुधार होता है। कुछ महत्वपूर्ण सुविधाः-
- नई-नई एटीएम मशीन की स्थापना, क्रेडिट कार्ड टेक्नोलॉजी का निर्माण होता है।
- डिजिटल पैसा लेने में सुविधा और सुरक्षा प्रदान करना।
- एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से ग्रहक के खर्चे कम होते है।
- बार-बार बैंक नहीं जाना पड़ता है। जिससे समय की बचत होती है।
- देश की जीडीपी ग्रोथ में सहयोग होता है।
डेबिट कार्ड के लाभ
- एटीएम से हम किसी भी बैंक के एटीएम से पैसा निकाल सकते है। (शर्त के अनुसार)
- बार-बार बैंक जाने से बच सकते है।
- समय की बचत होती है।
- आप एटीएम से Online shopping कर सकते है।
- डेबिट कार्ड रखने में सुविधा होती है।
डेबिट कार्ड के हानि
- डेबिट कार्ड से ऑनलाइन धोखाधड़ी का खतार ज्यादा रहता है।
- डेबिट कार्ड खोने का डर रहता है।
- सालाना डेबिट कार्ड का चार्ज लगता है।
बैंको का DCARDFEE क्या होता है?
सभी बैंकों के DCARDFEE अलग-अलग होते है। क्योंकि बैंक अपनी सुविधा के अनुसार अलग-अलग रुपये चार्ज करती है। किसी बैंक सालाना डेबिट कार्ड फीस ज्यादा होती है, तो किसी बैंक का कम होता है। (DCARDFEE kya h)
नीचे कुछ बैंकों के फीस चार्ज को तालिका में दर्शाया गया है।
बैंकों के नाम | फीस+ GST(%) |
HDFC बैंक | ₹600+GST |
SBI बैंक | ₹147.50+GST |
बैंक ऑफ बडौदा | ₹250+GST |
पंजाब नेशनल बैंक | ₹150+GST |
ICICI बैंक | ₹250+GST |
Axis बैंक | ₹200+GST |
तालिका में दी गयी DCARDFEE वर्तमान की जानकारी देता है। भविष्य में इसमें परिवर्तन हो सकता है।
DCARDFEE kya hota hai: यदि आप डेबिट कार्ड यूजर है। तो अपने एटीएम कार्ड अपने दैनिक जीवन में यूज करते होंगे। इसी सुविधा को और बेहत्तर करने के लिए बैंक हर वर्ष अपने ग्रहक से DCARDFEE लेती है।
होलो दोस्तों अगर हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो नीचे दिये गये कॉमेंट बाक्स में अपनी राय अवश्य दे। और बैंक आपके एटीएम का सालाना किताना चार्ज लेती है। जरूर बताये।(DCARDFEE kya h)
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