नई रोशनी योजना । NAI Roshni scheme “नई रोशनी” योजना अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा अल्पसंख्यक महिलाओं के नेतृत्व विकास के लिए एक योजना केन्द्र सरकार द्वारा पूरे भारत में लागू की जा रही है।
नई रोशनी योजना(NAI Roshni Yojana) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा 2012-13 में शुरु की गयी जो महिला सशक्तिकरण को मजबूत बनाना है। तथा अल्पसंख्यक महिलाओ को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
इसका उद्देश्य सभी स्तरों पर सरकारी प्रणालियों, बैंकों और अन्य संस्थानों के साथ बातचीत के लिए ज्ञान, उपकरण और तकनीक प्रदान करके महिलाओं में विश्वास और सशक्त बनाना है।
इसमें प्रशिक्षु महिलाओं का सशक्तिकरण शामिल है ताकि वे समाज के स्वतंत्र और आत्मविश्वास से भरे सदस्य बन सकें।
यह योजना छः दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रदान करती है और उसके बाद एक वर्ष की अवधि के लिए हैंडहोल्डिंग की जाती है।
नई रोशनी योजना ,प्रशिक्षण में महिलाओं से संबंधित मुद्दे को शामिल किया गया है जो निम्न है।
- निर्णय लेना
- महिलाओं के लिए शैक्षिण कार्यक्रम,
- स्वास्थ्य और स्वच्छता,
- महिलाओं के कानूनी अधिकारों,
- डिजिटल साक्षरता
- स्वच्छ भारत
- जीवन कौशल
- वकालत
व्यवहार परिवर्तन के लिए भागीदारी के माध्यम से महिलाओं की मदद की जा रही है। यह योजना गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही है, जो योजना के दिशा-निर्देशों के तहत लागू की जा रही है।
मुख्य लक्ष्यः-
नई रोशनी योजना विशेष रूप से महिला लाभार्थियों को लक्षित करती है, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की अन्य योजनाएं भी अल्पसंख्यक महिलाओं पर बहुत जोर देती हैं।
इस योजना को चाहो और कामो (सीखो और कमाओं) के नाम से भी जाना जाता है। योजना मं कुल लाभार्थियों में से 33 प्रतिशत महिलाएं कामगार है।
ये योजना अल्पसंख्यक महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में मदद करती है। और महिलाओं को अपने जीवन जीने के तरीके में भी बदलाव ला सकेंगी।
यह योजना गाँव की भी अल्पसंख्यक महिलाओं को विशेष ध्यान रख कर बनाया गया है।
नई रोशनी योजना न केवल महिला सशक्तिकरण बल्कि समानता के साथ-साथ गरीबी से जूझ रही महिलाओ एवं बच्चे ज्यादा पीड़ित होते है। महिलाओं एवं बच्चों के मजबूत बनाने और समानता लाने के लिए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा नई रोशनी नामक योजना शुरु की गया।
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